Thursday

बहुत हो गयीं गंभीर(तकनीकी) पोस्टें, अब कुछ मौज-मस्ती हो जाये (जरूर देखें)

कम्प्यूटर, इंटरनेट तो कभी नई नई वेबसाईट तो कभी कोडिंग बोडिंग …थोडा बोरिंग हो चला है, आपको नहीं लगता कि अब कुछ हल्का फुल्का हो जाये | हाँ हाँ क्यूँ नहीं …….पर एक शर्त “चिटठा” तकनीकी है तो “मौज-मस्ती” भी तकनीकी होनी चाहिए |

हाँ हाँ बिलकुल ….तो शुरुआत हो हमेशा इतिहास या क्रमिक विकास से ही करते है तो ये नीचे वाली तस्वीर तो देखिये ज़रा जहाँ “कम्प्यूटर” के क्रमिक विकास को कितने बढ़िया ढंग से दिखाया है |

computerevolution

जाने ये क्रमिक विकास कहाँ तक जायेगा ?

हाँ हाँ अभी कहाँ चल दिए ? हम तो आज अच्छी मुद्रा (मूड) मे हैं एक दो और सही ….अब ज़रा कल्पना कीजिये कि “अगर किसी कलाकार की कलाकृति की उसके युद्ध करने को तैयार हो तो ….हाँ हाँ  “कम्प्यूटर क्षेत्र मे ही रहिये”….

चलो हम दिखाते है जब एक सजीवन चलचित्र निर्माता (एनिमेटर) के लिए उसकी ही रचना (एनिमेशन) उसके लिए मुसीबत का सबब बन गयी | ये युद्ध किसी लक्ष्मण-मेघनाथ युद्ध से कम नहीं है |

पूरे पेज मे देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |

अभी नहीं , थोडा सी मेहनत आप भी कीजिये, इस टेक्स्ट फाइल को नोटपेड मे खोलिए और Ctrl+H दबा के 6 को _ से बदल (रिप्लेस आल) कर दीजिए, क्या हुआ ????

तो कैसा रहा ये सफर ….अगर मज़ा आया हो तो बिना कुछ कहे मत निकलना, ऐसी पोस्ट आपकी प्रतिक्रियों पर ही आगे जारी रखूँगा |

8 comments:

  1. हा हा!! मजेदार ..एनिमेशन मस्त है..टेक्सट पैड वाला काम अभी नहीं किया.करेंगे.

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  2. बहुत बढ़िया। ऐसे लेख जारी रखिए।
    कम्प्यूटर विकास में एक और कड़ी आने वाली है। घड़ी की तरह हाथ में बँधा होगा और की बोर्ड, माउस और स्क्रीन वगैरह सब होलोग्राफिक तरीके से प्रोजेक्ट किए जाएँगे।

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  3. ये चीज़ लग रही मस्त मस्त_____ भाषा के स्तर पर सुधार के लिए हार्दिक बधाई_____

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  4. मज़ा आया ..पर ये बना कैसे..."

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  5. बहुत मस्त ....लगे रहो !

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  6. bhoot he maza aaya bhai again try next.......!!

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