जी हाँ जो आपने शीर्षक मे पढ़ा वो सही है, किसी भी सोफ्टवेयर(प्रोपराइटरी) को आप अपनी हिसाब से परवर्तित कर सकते है | अब आप कहेंगे कि माइक्रोसोफ्ट या एप्पल कोई कोड खुला छोडते नहीं फिर कैसे ?
इस प्रोजेक्ट पर काम करने वाले यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के कम्प्यूटर विज्ञान के सहायक प्रोफ़ेसर के अनुसार, “माइक्रोसोफ्ट या एप्पल कोई कोड खुला नहीं छोडते,पर इनके सभी प्रोग्राम स्क्रीन पर पिक्सल को जरूर सेट करते है |अगर हम इन पिक्सल के क्रम को ही परवर्तित कर दें, तो हम प्रोगाम के व्यवहार को जरूर परिवर्तित कर सकेंगे |”
इस टूल/सोफ्टवेयर को अभी Prefab(प्रीफेब) नाम दिया गया है | फिलहाल ये अपने विकास के दौर से गुजर रहा है |
अभी मैंने यहाँ इसके बारे मे एक संक्षिप्त परिचय दिया है | हाँ ज्यादा जानकारी के लिए नीचे एक विडियो तथा कुछ लिंक दे रहा हूँ |
http://www.cs.washington.edu/homes/jfogarty/research/prefab/
http://www.infoworld.com/d/applications/prefab-could-make-all-software-open-source-888
ये तो बहुत काम की बात बताई गुरू!
ReplyDeleteहिन्दी ब्लॉगरी का तकनीकी पक्ष भी बढ़िया जा रहा है। लगे रहो।
क्रान्तिकारी विचार है !
ReplyDeleteGood news... :-)
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