ऐसा नहीं है की इसे रोकने की कोसिस नहीं की गयी, कानून भी है , पर इसे रोकना इतना आसान नहीं है , जितना कागजी कानून बनाना| बल्कि ये काफी मुश्किल काम भी है | और इन्टरनेट के क्षेत्र में और भी मुश्किल| क्यूंकि ज्यादातर साईटस के सर्वर विदेश में है ,या वे विदेश से ही संचालित होती है | ऐसे में ये काम काफी मुश्किल हो जाता है |
वैसे आज रिलीज हो रही "3 ईडियट" के निर्माता "विधु विनोद चोपडा" ने एक नयी शुरुआत की है | उन्होंने अपनी इस फिल्म को १२ हफ़्तों के बाद सीधे क़ानूनी तौर पर वैध तरीके से डाउनलोड के उपलब्ध कराया है | हाँ, "3 ईडियट" युट्यूब पर डाउनलोड के लिए तैयार मिलेगी आपको | ऐसा बताते हुए "विधु विनोद चोपडा" ने कहा कि," ऐसा वे उन दर्शकों के लिए कर रहे जो मल्टीप्लेक्स नहीं जा सकते, और मूवीज देखने के लिए पाईरेटिड सीडी या डीवीडी का सहारा लेते है | उनका कहना है , कि ऐसे दर्शक पाईरेटिड सीडी या डीवीडी को बढ़ावा देने की वजाय डाउनलोड करके देख ले | इससे पाईरेटिड सीडी या डीवीडी के कारोबार को कुछ धक्का लगेगा | ये मूवीज इस तरीके पहली फिल्म होगी | तथा इसके यूट्यूब पर दाम के बारे में अभी कुछ साफ़ नहीं है | अपर दाम साधारण सीडी या डीवीडी के दाम के बराबर ही होंगे |
अब यहाँ कई सवाल पैदा होते है कि क्या ये वाकई कारगर होगा ? और निर्मातायों को भी ये तरीका अपनाना चाहिए? या फिर इससे फिल्म इंडस्ट्री को नुकसान ही होगा | या इससे पाईरेटिड सीडी या डीवीडी के धंधे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, बल्कि बढ़ेगा ही ? आप क्या सोचते है ???
यह दिन तो आना ही था...एक नये युग की शुरुवात्त है...ऐतिहासिक!!
ReplyDeleteसमय के साथ नहीं बदलेंगे तो समय बदल डालेगा ...ज़बरदस्ती
ReplyDeletethanks
ReplyDeletewe will go for this
ye faishla sahi hai kyonki internet user jis tarah se barah rahe hai.ye kadam kabiletarif hai
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