
उत्तराखंड में अभी जो त्रासदी आई हुई है, उसे अगर 'हिमालयन सुनामी' कहा जाये तो कम ही होगा। जितनी बड़ी तादाद में लोग अभी भी वहां फंसे है, और परिस्थितियां जितनी जटिल हैं, उन्हें देखते हुए, ये अब तक की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है, कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाया जा सके ।
यह समय दोषारोपण का तो कतई नहीं है, अभी तो सभी को मिलकर काम करना होगा ।
ऐसे में अत्याधुनिक तकनीकों से काम करना पड़ेगा, जरूरत पड़ने पर हम बाहर से भी मदद ले सकते है, वैसे हमारी आर्मी...