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ऑफ़लाइन लीजिये ऑनलाइन का मज़ा...

जी हाँ अगर आपका नेट डिसकनेक्ट हो जाये फिर भी आप ऑनलाइन की तरह ही नेट सर्फिंग कर सकते है |इसके लिए आप जब ऑनलाइन हों तब अपनी मनपसंद वेब साईट को रिकॉर्ड करना होगा ! रिकॉर्ड करने के लिए कई सारे सॉफ्टवेर आजकल मौजूद है | मैं उनमे से कुछ आज बता रहा हूँ :
१) Surfonline: इस सॉफ्टवेर की मदद से आप कोई भी वेब- साईट को डायरेक्ट अपने हार्ड डिस्क में सेव कर सकते है तथा ऑफलाइन होने पर ऑनलाइन की तरह वेब-साईट को सर्फ़ कर सकते है | ये सॉफ्टवेर आपको 30 दिन के फ्री ट्राइल पर मिल जायेगा |
२) BackStreet Browser 3.1: इसी तरह का और सॉफ्टवेर है , BackStreet Browser 3.1 जो आपको फ्री में डाउनलोड करने के लिए मिल जायेगा | साथ ही ये फास्ट स्पीड भी है !
३) HTTrack: HTTrack एक और फ्री और जबर्दस्त ऑफलाइन ब्राउजर है |
तो आजमा का देखिये किसी एक को

8 comments:

  1. बेहद उपयोगी लिंक दिये हैं आपने, और काम की जानकारी भी । धन्यवाद

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  2. My dear Natwar,I wish to congratulate you first.You are very young but you have shown a passion for knowledge.I want to know which version is best according to you ?my email is
    bksrewa@gmail.com
    I will wait for your reply.
    welcome to bloggers world.
    yours Dr.Bhoopendra

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  3. Dear Natwar ,I have also signed windows live told by you and it looked very useful.Kindly tell me how this space is separate from my laptops space and how it can be used?
    Please keep writing,your future looks very bright.My best wishes and blessings .I am from Pratapgarh U.P and know Etah well.From a village to capital its a long journy but I hope that success comes through such tough jorneys.
    yours Dr.Bhoopendra

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  4. jaankaari ke liye shukriya !!
    चिट्ठाजगत में आपका हार्दिक स्वागत है ,लेखन के लिए शुभ कामनाएं ............

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  5. Bahut Badhiya jaankaari di hai aapane isee tarah rahiye.

    aap Blogvaani ka bhi widget lagaaiye aur naye post ke baad us par click kariye jisase aapaka post blogvaani par bhi turant dikhe

    Dhanyawaad

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  6. हुज़ूर आपका भी एहतिराम करता चलूं ..........
    इधर से गुज़रा था, सोचा, सलाम करता चलूंऽऽऽऽऽऽऽऽ

    ये मेरे ख्वाब की दुनिया नहीं सही, लेकिन
    अब आ गया हूं तो दो दिन क़याम करता चलूं
    -(बकौल मूल शायर)

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  7. अच्छा लिखा है आपने और सत्य भी , शानदार लेखन के लिए धन्यवाद ।

    मयूर दुबे
    अपनी अपनी डगर

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